मातृ वसा भ्रूण के विकास को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है - CCM सालूद

मातृ वसा भ्रूण के विकास को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है



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शुक्रवार, 13 जून 2014.- सामान्य रूप से मोटापे से ग्रस्त या टाइप II की मधुमेह महिलाओं के अंडाशय में स्थित, उच्च स्तर के लिए अंडाणुओं को उजागर करना, PLoS ONE में प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, भ्रूण के विकास को समझौता करता है। एंटवर्प (बेल्जियम), हल (यूनाइटेड किंगडम) और मैड्रिड (स्पेन) के शोधकर्ताओं ने पाया है कि जिन भ्रूणों की माताओं ने अपने अंडाणुओं को फैटी एसिड की बड़ी खुराक में उजागर किया है, उनमें कोशिकाएं और आनुवंशिक अभिव्यक्ति और परिवर्तित चयापचय गतिविधि कम होती है। सभी कम व्यवहार्यता के संकेत हैं। अध्ययन के परिणाम मोटापे और मधुमेह जैसी महिलाओं के चयापचय संबंधी विकारों की व्याख्या करने म